6 Indian Freedom Fighters Biography in Hindi.
1. सुभाष चंद्र बोस
हमारे देश के एक महान (स्वतंत्रता सेनानी) नेताजी सुभाष चन्द्र बोस का जन्म 23 जनवरी 1897 को ओडिशा के कटक शहर में हुआ था। उनके पिता का नाम जानकीनाथ बोस और मां का नाम प्रभावती था, सुभाष चंद्र बोस एक महान स्वतंत्रता सेनानी थे। ‘तुम मुझे खून दो मैं तुम्हे आज़ादी दूंगा’ उन्होंने ने ही हमारे भारत को यह नारा दिया। जिससे भारत के कई युवा वर्ग भारत से अंग्रेजों को बाहर निकालने की लड़ाई लड़ने के लिए प्रेरित हुये। नेताजी ने चितरंजन दास के साथ काम किया जो बंगाल के एक राजनीतिक नेता, शिक्षक और बंगलार कथा नाम के बंगाल सप्ताहिक में पत्रकार थे। बाद में वो बंगाल कांग्रेस के वालंटियर कमांडेंट, नेशनल कॉलेज के प्रिंसीपल, कलकत्ता के मेयर और उसके बाद निगम के मुख्य कार्यकारी अधिकारी के रुप में नियुक्त किये गये।
सुभाष चंद्र बोस द्वारा बोले गए अनमोल वचन
- “तुम मुझे खून दो ,मैं तुम्हें आजादी दूंगा !”
- “ये हमारा कर्तव्य है कि
हम अपनी स्वतंत्रता का मोल अपने खून से चुकाएं। हमें अपने बलिदान और परिश्रम
से जो आज़ादी मिलेगी, हमारे अन्दर उसकी रक्षा
करने की ताकत होनी चाहिए”
- “राष्ट्रवाद मानव जाति के उच्चतम आदर्श सत्य, शिव और सुन्दर से प्रेरित है
- “भारत में राष्ट्रवाद ने एक ऐसी सृजनात्मक शक्ति का संचार किया है जो सदियों से लोगों के अन्दर से सुसुप्त पड़ी थी “
2. सरदार वल्लभभाई पटेल
सरदार वल्लभभाई पटेल का जन्म 31 अक्टूबर 1875 को नादिद ग्राम में हुआ था, जिन्होंने बनके अंग्रेजी लोगों को देश से बगाया था। उनके पिता झवेरभाई पटेल एक
साधारण किसान और माता लाड बाई एक साधारण महिला थी। बचपन से ही पटेल कड़ी महेनत
करते आए थे, बचपन से ही वे परिश्रमी थे। पेटलाद की एन.के. हाई स्कूल में पढ़ते थे। उन्होंने 1896 में अपनी हाई-स्कूल परीक्षा पास की। स्कूल के दिनों से ही वे हुशार और विद्वान
थे। भारत माता की स्वतंत्रता की लड़ाई में उनका महत्वपूर्ण योगदान था इसी वजह से
उन्हें भारत का लौह पुरुष कहा जाता है। सरदार वल्लभ भाई पटेल जी ने अपने जीवन में
महात्मा गाँधी जी से प्रेरणा ली थी और स्वतंत्रता आन्दोलन में भाग लेकर अपना
योगदान दिया था।हमारे भारत के इतिहास में सरदार वल्लभ भाई पटेल का नाम सुनहरे
अक्षरों में लिखा जायेगा और हमारा भारत हमेशा इस महान , साहसी , निडर , निर्भयी , दबंग , अनुशासित , अटल महान पुरुष को याद करेगा।
3. लाल बहादुर शास्त्री
लाल बहादुर शास्त्री का जन्म 2 अक्टूबर, 1904 को मुगलसराय, उत्तरप्रदेश में ‘मुंशी शारदा प्रसाद श्रीवास्तव’ के यहां हुआ था। उनकी माता
का नाम ‘रामदुलारी’ था। उनके पिता प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक थे। ऐसे में सब
उन्हें ‘मुंशी जी’ ही कहते थे। लाल बहादुर शास्त्री जी भारत के दूसरे प्रधानमंत्री
थे।शास्त्री जी ने जय जवान – जय किसान का नारा दिया था।1965 का भारत पाकिस्तान युद्ध शास्त्रीजी के कार्यकाल में लड़ा और जीता गया था। 11 जनवरी 1966 की रात को ताशकंत में शास्त्री जी की
संदिग्ध मृत्यु हो गई थी। शास्त्री जी के समाधि स्थल का नाम विजय घाट है।
लाल बहादुर शास्त्री जी के अनमोल विचार
- हम शांति और शांतिपूर्ण
विकास में विश्वास करते हैं, न केवल अपने लिए बल्कि
दुनिया भर के लोगों के लिए।
- शासन का मूल विचार, जैसा कि मैं इसे देखता हूं, समाज को एक साथ रखना है ताकि यह निश्चित
लक्ष्यों की ओर विकसित हो सके और मार्च कर सके।
- भारत को अपना सिर शर्म से
झुकाना पड़ेगा, अगर एक भी ऐसा व्यक्ति
बचा हो जिसे अछूत कहा जाए।
4. भगत सिंह
भगत सिंह जी का जन्म 28 सितंबर, 1907 को पाकिस्तान के बंगा में हुआ था। भगत
सिंह जी के पिता का नाम सरदार किशन सिंह संधू था और माता का नाम विद्यावती कौर था।
भगत सिंह जी एक सिक्ख थे। भगत सिंह जी की दादी ने इनका नाम भागाँवाला रखा था
क्योंकि उनकी दादी जी का कहना था कि यह बच्चा बड़ा भाग्यशाली होगा।भगत सिंह वास्तव
में एक सच्चे देशभक्त थे। न केवल उन्होंने देश की आजादी के लिए लड़ाई लड़ी बल्कि
इस घटना में अपनी जान तक दे दी। उनकी मृत्यु ने पूरे देश में उच्च देशभक्ति की
भावनाएं पैदा कीं। आज भी में सबसे प्रसिद्ध भगत सिंह जी का नाम बड़े अदब और इज़्ज़त
से लिया जाता है।
भगत सिंह के अनमोल विचार
- मेरी गर्मी के कारण राख
का एक एक कण चलायमान हैं में ऐसा पागल हूँ जो जेल में भी स्वतंत्र हूँ।
- क्रांति में सदैव संघर्ष
हो यह जरुरी नहीं| यह बम और पिस्तौल की राह
नहीं है।
- जो व्यक्ति उन्नति के लिए राह में खड़ा होता है उसे परम्परागत चलन की आलोचना एवम विरोध करना होगा साथ ही उसे चुनौती देनी होगी।
5. लाला लाजपत राय
लाला लाजपत राय का जन्म 28 जनवरी 1865 को दुधिके गॉव में हुआ था जो वर्तमान में पंजाब के मोगा जिले में स्थित है। वह मुंशी राधा किशन आज़ाद और गुलाब देवी के ज्येष्ठ पुत्र थे। उनके पिता बनिया जाति के अग्रवाल थे। बचपन से ही उनकी माँ ने उनको उच्च नैतिक मूल्यों की शिक्षा दी थी।लाला लाजपत राय यह एक स्वतंत्रता सेनानी होने के साथ साथ एक लेखक भी थे। उन्होंने अपने कार्य और विचारों के साथ लेखन कार्य से भी लोगों को मार्गदर्शन किया। उनके द्वारा लिखी गयी पुस्तके – हिस्ट्री ऑफ़ आर्य समाज, शिवाजी का चरित्र चित्रण, दयानंद सरस्वती, भगवत गीता का संदेश, युगपुरुष भगवान श्रीकृष्ण इत्यादि. पुस्तके उन्होंने लिखी थी।
6. बाल गंगाधर तिलक
बाल गंगाधर तिलक
1856 में पैदा हुए एक उल्लेखनीय स्वतंत्रता सेनानी
थे। अपने उद्धरण के लिए प्रसिद्ध, ‘स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है। उन्होंने कई विद्रोही समाचार पत्र प्रकाशित
किए और ब्रिटिश शासन की अवहेलना करने के लिए स्कूलों का निर्माण किया। वह लाला
लाजपत राय और बिपिन चंद्र पाल के साथ लाल-बाल-पाल के तीसरे सदस्य थे।
- जन्म: 23 जुलाई 1856, चिखलीक
- मृत्यु: 1 अगस्त 1920, मुंबई
- लोकमान्य तिलक के नाम से
प्रसिद्ध
Nice 👍👍
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